📜 रिवायत में है कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फरमाया सब लोग मिम्बर के पास हाज़िर हों जब लोग हाजिर हुए तब हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम मिम्बर के पहले दर्ज पर चढ़े कहा आमीन दूसरे पर चढे कहा आमीन तीसरे पर बड़े कहा आमीन जब. मिम्बर से नीचे तशरीफ लाये तो हमने
अर्ज की आज हमने हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम से ऐसी बात सुनी कि कभी न सुनते थे।
🌪️ तो हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया जिब्रिल ने आकर अर्ज की वह शख्स दूर हो जिसने रमजान पाया और अपनी मगफिरत न कराई मैंने कहा आमीन।
📿 जब दूसरे दर्ज़े पर बड़ा तो कहा वह शरमा दूर हो जिसके पास मेरा ज़िक्र हो और मुझ पर दुरुदन न भेजे। कहा आमीन।
🔥 जब में तीसरे दर्ज़े पर चढ़ा कहा वह शमा दूर हो जिसके मां-बाप दोनों या एक को बुढ़ापा आये और उनकी खिदमत करके जन्नत में न जाये मैंने कहा आमीन। अल्लाहु अकबर
📚(बहारे शरीअत हिस्सा,5 सफ़ह,71-72)