Islamic Zikr - Your Gateway to Islamic Knowledge

💡सवाल::- औरत को किसी मुअ़य्यन तारीख पर हैज़ (पीरियड) आता था और आज हैज़(period) आने का दिन था उसने क़स्दन रोज़ा तोड़ दिया और हैज़ न आया तो कफ़्फ़ारे का किया हुक़्म है !?

💫 जवाब::- औरत को किसी मुअ़य्यन तारीख पर हैज़ (पीरियड) आता था जैसे 02 मार्च को हैज़ आता था और आज हैज़(period) आने का दिन 02 मार्च था उसने क़स्दन रोज़ा तोड़ दिया और हैज़ न आया तो कफ़्फ़ारा वाज़िब नहीं होगा सिर्फ रोज़े की कज़ा लाज़िम है (📚बहारे शरीअतः हिस्सा पाँच रौज़े के मसाइल)